कमला नदी तट से निकला भगवान राम सीता का डोला
सुमित कुमार राउत
जयनगर
मधुबनी जिले के जयनगर अवस्तिथ पवित्र कमला नदी के पावन तट पर से भगवान राम सीता का डोला नेपाल के जनकपुर के संत सुखराम शरण जी के नेतृत्व में नगर परिक्रमा कर साधु संतों के साथ रामपुर में रात्रि विश्राम कर सुबह कलना के लिए प्रस्थान करेंगे।
आज यह डोला कमला नदी से निकलकर पटना गद्दी रोड इस्तिथ डॉ. सुनील राउत के निज आवास राउत निवास में दर्शन हेतु हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी रुकी।
इस मौके पर हजारों श्रद्धालुओं ने पवित्र दर्शन किया।
इस मौके पर जानकारी देते हुए संत सुखराम शरण ने देते हुए बताया मिथिलांचल की 84 कोसी परिक्रमा आज से पवित्र कमला नदी तट पर से फाल्गुन मास कृष्ण पक्ष प्रतिपदा तिथि धनिष्ठा नक्षत्र सोमवती अमावस्या के पंचक काल पर भगवान का डोला निकलता है। नगर परिक्रमा कर कलना में जाता है, जहां नेपाल सहित पूरे मिथिलांचल से भगवान के डोले आते हैं। मिथिलांचल 84 कोसी परिक्रमा 15 दिन चलता हैं। फागुन के पूर्णमासी को गृह परिक्रमा कर जनकपुर में इसका समापन होता है।
मिथिलांचल में भगवान राम और सीता का डोला विश्व प्रसिद्ध है। इस परिक्रमा का इतिहास त्रेतायुग से जुड़ा हुआ है। जब प्रभु श्रीराम अपने अनुज लक्ष्मण व गुरु विश्वामित्र के साथ मिथिला के तत्कालीन राजा जनक के द्वारा आयोजित धनुष यज्ञ में भाग लेने के लिए मिथिलाधाम पधारे थे। राजा जनक के दरबार में पहुंचने से पहले प्रभु श्रीराम ने अनुज व गुरु के साथ नगर दर्शन किया था। प्रभु ने नगर दर्शन के दौरान जहां-जहां विश्राम किया, परिक्रमा के दौरान उन सभी स्थानों पर श्रद्धालु पहुंचते हैं। यह पूरी यात्रा 84 कोस की होती है। परिक्रमा में भारत-नेपाल के संत, साधु व श्रद्धालु भाग लेते हैं।
इस मौके पर नवीन राउत, लीला राउत, डॉ. सुनील कुमार राउत, कुसुम राउत, श्यामा राउत, पल्लवी राउत, पूजा राउत, सुभद्रा देवी, मनमन, कान्हा, परी, शास्वत समेत सैकड़ो लोग मौजूद रहे।
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