मौसम के बदलते मिज़ाज़ से बच्चों-बुजुर्गों को सावधान रहने की जरूरत
सिटी रिपोर्टर : मधुबनी
02:11:2024
दीवाली की रात खत्म होते-होते मौसम ने करवट लेना शुरू कर दिया है । मौसम का मिज़ाज़ बदलने लगा है । सुबह और शाम में ठंड का कुछ अनुभव होना शुरू हुआ गई ।
बादलों ने आसमान को ढक लिया है और तापमान में गिरावट आई है, जिससे सर्दी का अनुभव तेज हो गया है। अचानक आई इस ठंड का असर लोगों की सेहत पर पड़ सकता है, खासकर उन लोगों पर जो सुबह की सैर पर जाते हैं।
सदर अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक सह सीडीओ डॉ. जी.एम. ठाकुर ने बताया कि इस बदलते मौसम में सुबह की ठंड से सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।
उन्होंने मॉर्निंग वॉक करने वालों को सलाह दी है कि वे खुद को अच्छी तरह से ढककर ही बाहर जाएं और ठंड से पूरी तरह सुरक्षित रहें।
अनप्रोटेक्टेड कोल्ड के चलते लोग सर्दी-जुकाम, बुखार और खांसी जैसी बीमारियों का शिकार हो सकते हैं। इसके अलावा, विशेष रूप से जन्मजात शिशुओं और बुजुर्गों के लिए इंटेंसिव केयर की जरूरत है, क्योंकि उनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है और वे मौसम के बदलाव का सामना नहीं कर पाते।
डॉ. ठाकुर ने कहा कि ठंड के प्रभाव से बचने के लिए लोगों को पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए। नियमित रूप से गर्म पेय पदार्थ और विटामिन से भरपूर आहार लेने से इम्यूनिटी मजबूत बनी रहती है और शरीर बदलते मौसम का प्रभाव बेहतर तरीके से झेल पाता है।
ठंड के इस मौसम में,बुजुर्गों एवं बच्चों को ऊनी कपड़ों का इस्तेमाल करना और गर्म कपड़ों में खुद को ढककर रखना आवश्यक है।
मौसम के इस मिजाज में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है, ताकि सर्दी से बचा जा सके और स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
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