जन सुराज के अनुमण्डलीय स्तर के कार्यकत्ताओं व जनप्रतिनिधियों की बैठक आयोजित, देवेंद्र यादव समेत अन्य कई रहे मौजूद
साभार : सुमित कुमार राउत
जयनगर
मधुबनी जिला के जयनगर लोहिया आश्रम के प्रागंण में नवल किशोर यादव की अध्यक्षता में जन सुराज के अनुमण्डलीय स्तर के कार्यकत्ताओं और जन प्रतिनिधियों की बैठक आयोजित की गई।कार्यक्रम की अध्यक्षता नवल किशोर यादव व मंच संचालन राजेश सिंह ने किया। बैठक को सम्बोधित करते हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री देवेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि मैंने वर्ष 1977 में समाजवादी नेता जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के लिए फुलपरास विधानसभा से त्याग पत्र देकर समाजवादी कार्यक्रमों तथा समाजवादी व्यवस्था लाने के उद्देश्य से त्याग पत्र दिया था।
दुर्भाग्यवश आज बिहार में समाजवादी व्यवस्था को रसातल में इन 34 वर्षों के सत्ता शासन में पहुँचा दिया गया। मुखौटाधारी समाजवादियों ने आम जनता को बुनियादी मुद्दों से भटकाकर जातीय और धार्मिक गोलबंदी कराकर अपने राजनीतिक बिसात को बिछाकर आमलोगों के भावना की सौदागिरी कर अपना राजनीति रोटी सेकने में लगे हैं।बिहार की गरीबी, पिछड़ापन, प्रतिव्यक्ति आय, सी.डी. रेशियों, बाढ़-सुखाड़, पलायन समस्या, बेरोजगारी की समस्या, शिक्षा व्यवस्था की बदहाली में कुछ लेना देना नहीं है। सत्ता के धन और धन से सत्ता प्राप्ति का दौड़ चला दिया गया है। न समाजवाद, न साम्यवाद, न गाँधीवाद से कुछ लेना देना है केवल पैसावाद और सत्तावाद का होड़ मचा हुआ है। बिहार में कीचड़ से कीचड़ साफ करने का रिहर्सल चल रहा है। बुराई से बुराई दूर नहीं होगा, अच्छाई से बुराई दूर होगा। जन सुराज समाजवादी कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए सबको शिक्षा-सबको काम, बिहार को दस अग्रणी समृद्ध राज्यों में शामिल करने के लिए संकल्पित है न केवल संकल्पित है, बल्कि जद्दोजहद करने तथा पदयात्रा व जनसंवाद चलाकर जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर जी गाँव-गाँव में जाकर जमीनी हकीकत को जानकर, समस्याओं से रूबरू होकर, लोगों में चेतना जागृत कर नई व्यस्था लाने के लिए अथक परिश्रम कर रहे है। दूसरी तरफ स्थापित दलों के नेताओं में काफी बौखलाहट देखा जा रहा है क्योंकि ये लोग तीसरा विकल्प को बिहार में नहीं खड़ा होने देना चाहते हैं । तीसरा विकल्प खड़ा होने से ऐसे दलों का अस्तित्व ही संकट में पड़ने वाला है, क्योंकि अधिकतर राजनीतिक दल सिद्धान्त के बिना राजनीति और काम के बिना धन प्राप्ति को एक मात्र लक्ष्य बना लिया है। अभी जो राजनीति दलों के नेता यात्रा पर निकल रहे हैं, केवल चुनाव में एक रस्म अदायगी के रूप में सत्ता प्राप्त करने के उद्देश्य से कर रहे हैं । ऐसे दलों के पास कोई कार्य योजना नहीं है, सिवाय डपोरशंखी घोषणा के। यह चुनावी यात्रा जन सुराज पद यात्रा को देखकर राजनीति दल बेचैन होकर अपना अपना यात्रा करने का एजेन्डा सेट करने में अब लग चुके है, सभी स्थापित राजनीतिक दलों को कुर्सी की चिंता सताने लगी है।इस मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेश चंद्र चौधरी,पूर्व प्रमुख सूर्यनाथ यादव,केडी यादव,लालू प्रसाद यादव,विजय कांत चौधरी,हरि नारायण यादव,राम जुलुम यादव,वैद्यनाथ यादव,राम अवतार यादव,जयप्रकाश दिवाकर,सुरेश चौधरी,कामेश्वर यादव,भोला यादव समेत अन्य कई मौजूद थे ।
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