फाइलेरिया उन्मूलन कार्य करने में मीडिया की अहम भूमिका: डीभीडीसीओ
- फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के लिए स्वास्थ्य समिति द्वारा सीफार के सहयोग से हुआ मीडिया कार्यशाला का आयोजन
- फाइलेरिया को बचाव के लिए 10 अगस्त से 27 अगस्त दिन तक चलेगा सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम
- जिले में 24 लाख 57 हजार 773 लोगों को खिलाई जाएगी फाइलेरियारोधी दवा
दरभंगा : 6 अगस्त,2024
लोगों को फाइलेरिया से सुरक्षित रखने और बचाव के प्रति जागरूक करने के लिए जिले में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए 10 अगस्त से अगले 27 अगस्त तक जिले में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम (आईडीए /एमडीए) का आयोजन किया जा रहा है। उक्त कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सेंटर फॉर एडवोकेसी एण्ड रिसर्च (सीफार) के सहयोग से टीबीडीसी भवन,सिविल सर्जन कार्यालय परिसर में एकदिवसीय मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. ए. के. मिश्रा की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में सभी मीडिया कर्मियों से मीडिया के माध्यम से लोगों को फाइलेरिया के प्रति जागरूक करने और सरकार द्वारा चलाए जा रहे सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम में भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की गई। मीडिया कार्यशाला मे भीडीसीओ बबन प्रसाद ,फाइलेरिया इंस्पेक्टर गणेश महासेठ, पीरामल के डिस्ट्रिक्ट लीड संजीव चौधरी, पीसीआई के रविकांत झा, सीफार के डिवीजनल कोऑर्डिनेटर अमन कुमार, सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
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फाइलेरिया के प्रति जागरूकता जरूरी :
डॉ मिश्रा ने बताया फाइलेरिया क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होने वाला एक गंभीर संक्रामक बीमारी है जिसे आमतौर पर हाथी पांव भी कहा जाता है। कोई भी व्यक्ति किसी भी उम्र में फाइलेरिया से संक्रमित हो सकता है। फाइलेरिया के प्रमुख लक्षण हाथ और पैर या हाइड्रोसिल (अण्डकोष) में सूजन का होना होता है। प्रारंभिक अवस्था में इसकी पुष्टि होने के बाद जरूरी दवा सेवन से इसे रोका जा सकता है। इसके लिए लोगों में जागरूकता की आवश्यकता है। लोगों को फाइलेरिया के लिए जागरूक करने में मीडिया की सशक्त भूमिका होती है।
जिले में 24.57 लाख लोगों को खिलाई जाएगी दवा :
लोगों को फाइलेरिया संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए आशा व आंगनबाड़ी सेविका द्वारा लोगों को घर-घर जाकर अपनी उपस्थिति में डीईसी, अल्बेंडाजोल व आइवरमेक्टिन की दवा खिलाई जाएगी। एमडीए कार्यक्रम के दौरान जिले के 24 लाख 57 हजार 773 लोगों को यह दवा खिलाई जाएगी। अभियान जिले के चयनित 9 प्रखंड चलाया जाएगा. जिसमें हनुमान नगर,बिरौल, केवटी,सती घाट, कीरतपुर, सदर, हायाघाट, बेनीपुर, कुशेश्वरस्थान पूर्वी दरभंगा अर्बन को शामिल किया गया है. जिसके लिए आशा वर्कर 1096, सुपरवाइजर 108 लगाया गया है. वही अभियान के लिए एल्बेंडाजोल 28,16,000, डीईसी 68,40,000, आइवरमेक्टिन 82,08,000 उपलब्ध कराई गई है. उन्होंने बताया 02 साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों को दवा नहीं खिलाई जानी है ।
इस प्रकार करना है फाइलेरिया उन्मूलन दवा का सेवन :
फाइलेरिया उन्मूलन सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम में 02 वर्ष से 05 वर्ष के बच्चों को डीईसी तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली, 06 वर्ष से 14 वर्ष तक के लोगों को डीईसी की दो तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली एवं 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन तथा अल्बेंडाजोल की एक गोली खिलाई जाएगी। वहीं आइवरमेक्टिन की टेबलेट 5 साल से ऊपर के लोगों को लंबाई के हिसाब से खिलाई जाएगी.
ध्यान रखने योग्य जानकारी :
- खाली पेट दवा का सेवन नहीं किया जाना है।
- दवा स्वास्थ्य कर्मियों के सामने ही खाना जरूरी है।
- अल्बेंडाजोल की गोली चबाकर खाई जानी है।
- फाइलेरिया से सुरक्षित रहने के लिए अपने घरों के आसपास गंदा पानी इकट्ठा न होने दें।
- सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।
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