डी.बी. कॉलेज के वाणिज्य विभाग में इंडक्शन मीट का भव्य आयोजन
समर्पणा, दृढ़ता व उत्साह से मिलती है सफलता : डॉ. शैलेश
व्यवसाय, बैंकिंग और लेखांकन के बगैर विकसित राष्ट्र की कल्पना असंभव : डॉ. नंद कुमार
साभार : सुमित कुमार राउत
जयनगर
मधुबनी जिले के जयनगर में डी.बी. कॉलेज के वाणिज्य विभाग में 2024-28 सत्र के नव प्रवेशी स्नातक (बी.कॉम.) छात्रों के लिए मंगलवार को डॉ. शैलेश कुमार सिंह के नेतृत्व में इंडक्शन मीट का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुवात मुख्य अतिथि प्रधानाचार्य डॉ नंद कुमार, दीपशिखा सिंह, मुख्य वक्ता सह वाणिज्य विभागाध्यक्ष डॉ. शैलेश कुमार सिंह, युवा शिक्षाविद डॉ. ज्योति प्रकाश ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ. नंद कुमार ने छात्र-छात्राओं को कॉलेज की समृद्ध शैक्षणिक परंपरा के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि, कॉलेज ने 65 वर्षों के सुनहरे अतीत में हजारों ऐसे स्टूडेंट्स दिए हैं, जिन्होंने व्यवसाय, बैंकिंग और लेखांकन के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर समाज-राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, इसके बगैर विकसित राष्ट्र की कल्पना असंभव है।
दीपशिखा ने छात्र छात्राओं को अभिप्रेरित करते हुए कहा कि, महाविद्यालय आपके भविष्य के लिए एक लॉन्चपैड है। यह संभावनाओं का पता लगाने, अपने कौशल को विकसित करने और अपने जुनून की खोज करने का समय है। लेकिन आगे की सभी चुनौतियों और विकल्पों के साथ प्रेरित रहना कठिन हो सकता है, इसलिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और सकारात्मकता के साथ लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रयास करें।
वहीं, वाणिज्य विभागाध्यक्ष डॉ. शैलेश कुमार सिंह ने पाठ्यक्रम व वाणिज्य में संभावित कॅरियर की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि स्टूडेंट्स अपनी असीम ऊर्जा और कड़ी मेहनत से कोई भी लक्ष्य पा सकते हैं। समर्पण, दृढ़ता और उत्साह से सफलता के मार्ग प्रशस्त करते हैं।
उन्होंने सीबीसीएस पाठ्यक्रम में छात्रों के लिए उपलब्ध विकल्पों के बारे में बताया। साथ ही उन्होंने सांस्कृतिक संदर्भों को समझने में साहित्य और भाषा के महत्व पर जोर दिया।
युवा शिक्षाविद डॉ. ज्योति प्रकाश ने कहा कि, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और सफलता हासिल करने के लिए पूरे क्षेत्र में सकारात्मक वातावरण तैयार किया जा रहा है। इसमें मेधावी छात्रों की भूमिका भी अहम है। वे अपने जूनियर और खासकर सुदूर गांवों के बच्चों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन सकते हैं।
मौके पर डॉ आनंद राज, डॉ तारकेश्वर राम ने भी संबोधित किया, विभाग के युवा शिक्षाविद डॉ. विकास सुधाकर ने कुशल संचालन और डॉ तारकेश्वर राम ने सभी अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस दौरान मुख्य रूप से डॉ आनंद कुंवर, डॉ विकास सुधाकर, डॉ कोमल कुमारी, डॉ. अनंतेश्वर यादव, डॉ सुनील कुमार सुमन, डॉ अखिलेश श्रीवास्तव, डॉ भोला नाथ ठाकुर, डॉ शिव कुमार पासवान, डॉ श्याम कृष्ण सहित सैकड़ों छात्र छात्राएं मौजूद रहे।
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