सीपीएम गरीबों के उत्थान के लिए संकल्पित : दिलीप झा
साभार : सुमित कुमार राउत
मधुबनी
भारत की कम्यूनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) मधुबनी जिले के राजनगर के रांटी,बरै,पलिवार सीपीएम शाखाओं की बैठक रांटी कार्यालय में आयोजित हुई, जिस बैठक में सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। बैठक में सीपीएम जिला कमिटि सदस्य दिलीप झा ने कहा मोदी जी एवं नीतीश कुमार की सरकार गरीब विरोधी है। गरीबों की हालात अति दयनीय है। एक रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में 94 लाख अति निर्धन परिवारों की मासिक आमदनी मात्र 6000 रुपए है। बिहार की 34% आबादी की आमदनी 6 हजार से कम है, जिसमें बिहार की ग़रीबी की भयावह स्थिति है। मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने ग़रीबी से निकालने के लिए रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सभी को दो लाख रुपए देने की घोषणा मोदी का जुमला साबित हो रहा है। बिहार की डबल इंजन की सरकार मोदी के दिखाएं जुमला पर आगे बढ़ रही है। देश में किसान मजदूरों की हालात बहुत ही चिंताजनक है। विशेष राज्य की दर्जा की मांग करने वाले आज सब कुछ भूल गए। आज भी बिहार उद्योग विहीन है। कोई केंद्रीय विद्यालय नहीं दिया जा रहा है। फासीवादी भाजपा से मुकाबला करना होगा। मोदी सरकार बड़े पूंजीपतियों के पक्ष में काम कर रही है। सहारा इंडिया बैंक लाखों लोगों का पैसा डूबा हुआ है। अमित शाह सहारा इंडिया के संपत्तियों पर नजर गड़ाए हुए हैं। सभी लोगों को सहारा इंडिया बैंक का पैसा भूगतान करने की मांग किया। सीपीएम गरीबों के उत्थान के लिए दृढ़ संकल्पित है।
वहीं, सीपीएम जिला कमिटि सदस्य सुनील मिश्र ने कहा कि किसानों की हालात सबसे खराब है। पानी नहीं होने के वजह से खेती पर संकट गहरा गया है।
वहीं, दलित शोषित मुक्ति मंच के जिला अध्यक्ष विजय पासवान ने कहा कि कि सभी भूमिहीन परिवारों को 5 डिसमिल जमीन देने की मांग करते हुए दलित उत्पीड़न पर रोक लगाने की मांग किया।
इस सभा को बद्री पासवान,रेखा देवी,कैलाश पासवान,बीबी खातून,परमेश्वरी देवी,मुन्नी खातून सहित अन्य लोगों ने संबोधित किया।
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