सरकारी बस सेवा बंद : लोग ठगा कर रहे महसूस
साभार : सुमित कुमार राउत
लदनियां
मधुबनी जिले में भारत-नेपाल सीमा पर अवस्थित लदनियां प्रखंड एवं नेपाली नागरिकों सुगम यातायात व्यवस्था को ध्यान में रखकर दो दशक बाद बिहार परिवहन निगम की सौगात स्वरूप मिली बस का आवागमन ठप हो गया है। इस एकलौता बस के परिचालन की शुरुआत एक वर्ष पूर्व स्थानीय विधायक मीणा कुमारी एवं परिवहन मंत्री शीला मंडल ने हरी झंडी दिखाकर की थी। प्रखंड के पिपराही से दरभंगा तक प्रतिदिन सुबह में खुलने के कारण सीमावर्ती इलाकों के दोनों देशों के लोगों को जयनगर, मधुबनी, दरभंगा और पटना निजी कार्य एवं बीमारों को इलाज हेतु ले जाने में सहूलियत होती थी। इसके बंद होने से सीमावर्ती इलाकों के लोग एक बार फिर ठगा सा महसूस करने लगें हैं। बस को हरी झंडी दिखाते वक्त मौजूद आरएम शंकरानन्द झा ने कहा था कि यह बस प्रतिदिन पिपराही से दरभंगा के लिए सुबह 06बजे खुलेगी, जो जयनगर तथा रहिका होते हुए 8.30बजे दरभंगा पहुंचेगी। पुनः 09बजे दरभंगा से प्रस्थान करेगी और 12बजे पिपराही पहुंचेगी। उन्होंने बताया था कि पिपराही से दरभंगा के लिए यात्रियों को ₹126 एवं लदनियां से दरभंगा के लिए ₹118 किराया निर्धारित है, जो निजी बस संचालकों से अपेक्षाकृत कम है, जिसका लाभ आम लोगों को मिलेगा। उक्त अवसर पर जदयू,राजद एवं भाजपा के नेता, कार्यकर्ता सहित हजारों के संख्या में आम लोग उपस्थित थे। परंतु नेता एवं नेताओं के प्रतिनिधियों ने बस सेवा शुरू होने पर जितना वाहवाही लूटा था। आज बंद होने पर मौन है।
इस बाबत पूर्व पंचायत समिति सदस्य राम कुमार यादव ने परिवहन मंत्री को ई-मेल भेज कर जनहित में बस सेवा बहाल करने की मांग किया है।
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