बिहार राज्य के भेजा-बकौर के बीच निर्माणाधीन पुल के गिर जाने को लेकर स्पष्टीकरण
प्रथम दृष्टया ट्रेलर पर रखे सेग्मेन्ट को उठाते समय पिन के टूट जाने से निर्माणाधीन स्पैन 1 गिरा
नेशनल हाईवेज़ अथॉरिटी ऑफ़ इण्डिया के सदस्य (परियोजना) एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी तत्काल कार्रवाई हेतु स्थल पर हुये रवाना
विस्तृत रिपोर्ट ब्रिज विशेषज्ञों के स्थल निरीक्षण के उपरान्त ही होगा प्राप्त
मृतक मजदूर के परिवार को दस लाख तथा घायल मजदूरों के परिवारों को एक-एक लाख मुआवजे का हुआ भुगतान
पटना :22.3.2024
बिहार राज्य के मधुबनी एवं सुपौल जिले में भेजा-बकौर के बीच कोसी नदी पर 10.2 कि.मी. लम्बे पुल का निर्माण चल रहा है, जिसमें कुल 170 स्पैन हैं। प्रत्येक स्पैन की लम्बाई लगभग 60 मीटर है (भेजा की तरफ से पिलर संख्या 1 एवं बकौर की तरफ से पिलर संख्या 171 है)। मेसर्स गैमन इंजीनियरस एवं कान्ट्रैक्टर प्रा॰ लि॰ और मेसर्स ट्रान्सरेल लाइटिनिंग लिमिटेड (ज्वाॅइन्ट वेन्चर) द्वारा उक्त खण्ड का निर्माण किया जा रहा है।
शुक्रवार (22.03.2024) को एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटित हुई। प्रथम दृष्टया यह प्रतीत होता है कि ट्रेलर पर रखे सेग्मेन्ट को उठाते समय पिन के टूट जाने से निर्माणाधीन स्पैन 153-154 गिर गया।
इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट ब्रिज विशेषज्ञों के स्थल निरीक्षण के उपरान्त ही प्राप्त होगा। इस हादसे में 11 मजदूर घायल हो गए, घायल मजदूरों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है जिसमें से 10 मजदूर खतरे से बाहर हैं एवं एक मजदूर की मृत्यु अस्पताल ले जाने के दरम्यान हो गई।
मृतक मजदूर के परिवार को दस लाख तथा घायल मजदूरों के परिवारों को एक-एक लाख मुआवजे का भुगतान किया जा चुका है। तीन प्रतिष्ठित ब्रिज विशेषज्ञ ए. के.श्रीवास्तव, महेश टंडन और जी. एल. वर्मा दुर्घटना के कारणों एवं ब्रिज के आकलन करने के लिए दुर्घटना स्थल पर पहुँच रहे हैं।
नेशनल हाईवेज़ अथॉरिटी ऑफ़ इण्डिया भाराराप्रा के सदस्य (परियोजना) अनिल चौधरी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस मामले पर तत्काल कार्रवाई हेतु स्थल पर रवाना हो चुके हैं।
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