माले विधायक मनोज मंजिल की गिरफ़्तारी एवं सजा होने पर निकाला भाकपा-माले ने विरोध मार्च
साभार : सुमित कुमार राउत
मधुबनी
मधुबनी में भाकपा-माले के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पार्टी के झंडा-बैनर के साथ मधुबनी स्टेशन चौक से विरोध मार्च निकाल कर मधुबनी जिला समाहरणालय के अंबेडकर प्रतिमा के समक्ष सभा किया। उत्तिम पासवान की अध्यक्षता में संचालित सभा को संबोधित करते हुए भाकपा-माले के जिला सचिव सह राज्य कमिटी सदस्य ध्रुब नारायण कर्ण ने कहा कि
राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित है कॉ. मनोज मंजिल सहित 23 लोगों को आजीवन कारावास की सजा दमन एवं जेल के जरिए दलित-गरीबों की आवाज दबाई नहीं जा सकती है। उन्होने आगे कहा कि आरा व्यवहार न्यायालय द्वारा कल 13 फरवरी को अगिआंव से माले विधायक कॉ. मनोज मंजिल सहित 23 लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई हो, जो राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि जेल और दमन के जरिए दलितों-गरीबों की आवाज दबाई नहीं जा सकती, हम अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव 2015 के ठीक पहले जे.पी. सिंह की हत्याकांड मामले में भाजपा के स्थानीय नेताओं के इशारे पर कॉ. मनोज मंजिल और हमारे अन्य पार्टी नेताओं पर हत्या का झूठा मुकदमा थोप दिया गया था। उस घटना के कुछ दिन पहले ही हमारी पार्टी के स्थानीय नेता कॉ. सतीश यादव की हत्या भाजपाइयों ने कर दी थी। उनके हत्यारे खुलेआम घूम रहे हैं, लेकिन दलित-गरीबों की लड़ाई लड़ने और सड़क पर स्कूल आंदोलन के चर्चित नेता मनोज मंजिल को एक गहरी साजिश के तहत फंसाकर सजा करवा दी गई। भाजपाई और इलाके की सामंती ताकतें मनोज मंजिल की बढ़ती लोकप्रियता से काफी घबराई हुई थी।
एक तरफ जहां हमारे नेताओं को सजा सुनाई गई, वहीं न्यायालय ने दलित-गरीबों के हत्यारे को लगातार बरी करने का काम किया है। बिहार में सत्ता बदलते ही भाजपाई अपने रंग में आ चुके हैं, लेकिन उनके नापाक मंसूबे को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।
इस सभा को श्याम पंडित, विश्वम्भर कामत, शांति सहनी,मनीष मिश्रा,योगेन्द्र यादव, योगेन्द्र महतो,सुरज मुखिया,मोहम्मद ईमरान,योगी पासवान,शिव देवी,सिंहेश्वर पासवान,बिहारी सराय,सीता देवी,मालती देवी आदि ने भी संबोधित किया।
No comments:
Post a Comment