राजद से पूर्व मुख्यमंत्री मांझी को मिले सीएम पद के ऑफर पर प्रशांत किशोर ने कसा तंज, कहा मांझी और कुशवाहा को जहां एक से दो सीट लोकसभा में मिलेगी उसी साइड चले जाएंगे : प्रशांत किशोर
मेरा वश चले तो बिहार में 48 घंटे में शराबबंदी हटा दें : प्रशांत किशोर
मधुबनी
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर बिहार में एनडीए की सरकार और आरजेडी दोनों पर बरसे। लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास गुट) नेता चिराग पासवान ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इस दौरान भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मिले, इस पर जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि ये घटना कोई नई बात नहीं है। उपेंद्र कुशवाहा, जीतनराम मांझी और चिराग पासवान 2014 और 2015 में भाजपा के साथ थे। इन दलों ने साथ में मिलकर चुनाव भी लड़ा। सबके पास ये अवसर है कि वो अपने साथ दूसरे दलों को जोड़ें और बिहार की राजनीति की ये सच्चाई रही है। ये नई घटना नहीं हो रही है। विद ऑल ड्यू रिस्पेक्ट छोटे दल ये देखते हैं कि हमें एक सीट कहां मिल जाएगी कि हमारा व्यक्तिगत स्वार्थ कहां पूरा हो जाएगा?
प्रशांत किशोर ने पत्रकारों से बातचीत में आगे कहा कि अगर जीतन राम मांझी की पार्टी है, तो वो ये देख रहे हैं कि हमें एक सीट कहां मिल जाएगी। महागठबंधन से मिल जाएगी, तो वह महागठबंधन में रहे। भाजपा से मिल जाएगी, तो भाजपा में चले जाएंगे। यही हाल उपेंद्र कुशवाहा का भी है, जिसने भी उनको दो टिकट दे दिया, वह उसी साइड चले जाएंगे। लोजपा पार्टी भी दो धड़ों में है, कौन रहता है, क्या होता है ये उनका आतंरिक मामला है और राजनीति में सामान्य बात है। लोकतंत्र में, चुनावी राजनीति में ये सब होते रहता है, इसे बहुत ज्यादा गंभीरता से मैं नहीं लेता हूं।
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर बिहार में एनडीए की सरकार और आरजेडी दोनों पर बरसे। उन्होंने कहा कि बिहार और भारत ही नहीं पूरी दुनिया में अगर कहीं ऐसा प्रमाण मिला हो तो बताएं, कि शराबबंदी से उस जगह का आर्थिक और समाजिक विकास हुआ है। अगर ऐसा होता तो आज जितने भी समृद्ध देश हैं, वहां शराबबंदी होती। अब लोग कहते हैं कि गांधी जी चाहते थे कि शराबबंदी हो, तो "मैं इस बात को खारिज करता हूं। गांधी जी के नाम पर शराबबंदी गलत बात है। गांधी जी ने यह नहीं कहा कि सरकार को शराबबंदी करनी चाहिए, उन्होंने यह कहा कि लोगों को शराब नहीं पीना चाहिए। गांधी जी ने यह कभी नहीं कहा कि सरकार शराबबंदी के लिए कानून बनाए। आज शराबबंदी के कारण बिहार की जनता को बीस हजार करोड़ का हर साल नुकसान हो रहा है। शराबबंदी से सबसे ज्यादा त्रस्त भी महिला ही है।" प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि नीतीश कुमार ऐसा कर पा रहे हैं तो इसके लिए सबसे ज्यादा दोषी दो बड़े सहायक दल हैं, जिसका नाम है राजद और बीजेपी। अगर सात बार नीतीश कुमार ने पलटी मारे है, तो तीन बार आरजेडी भी दोषी है और तीन बार भाजपा भी दोषी है।
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