पं.शिवनन्दन ठाकुर रचित "महाकवि विद्यापति" का हुआ पुनर्मुद्रण एवं लोकार्पण
रिपोर्ट : उदय कुमार झा
07:12:2023
मधुबनी : राजनगर प्रखंड अंतर्गत कोइलख गाँव में भद्रकाली मन्दिर परिसर में पंडित शिवनन्दन ठाकुर रचित एवं पुनर्मुद्रित "महाकवि विद्यापति" पुस्तक का लोकार्पण कार्यक्रम आयोजित हुआ । विदित हो कि इस पुस्तक का प्रथम संस्करण 1939 ई. में लेखक के देहान्त के बाद निकला था । इस पुस्तक की महत्ता इसी बात से समझी जा सकती है कि आचार्य रमानाथ झा, डॉ. सुभद्र झा, डॉ. जयकान्त मिश्र, डॉ. दुर्गानाथ झा "श्रीश" जैसे मूर्द्धन्य विद्वानों ने अनेक स्थलों पर इस ग्रंथ का उल्लेख अपनी रचनाओं में किया है । तीन भागों में विभक्त यह पुस्तक कविकंठहार विद्यापति सम्बन्धी आलोचना शास्त्र का उत्तम ग्रंथ है ।
पण्डित शिवनन्दन ठाकुर के पौत्र एवं प्रो.विद्यापति ठाकुर के पुत्र श्री नलिनीकांत ठाकुर एवं श्री रजनीकांत ठाकुर ने इस पुस्तक का पुनर्मुद्रण करवाने के बाद एक सादे समारोह में लोकार्पण कार्यक्रम का आयोजन किया जिसकी अध्यक्षता प्रसिद्ध कवि एवं "विद्यापति रहस्य" के प्रणेता श्री अरुण कुमार झा ने की । मुख्य अतिथि के रूप में परमेश्वर ठाकुर एवं राजकुमार झा उपस्थित थे । मुख्य वक्ता के रूप में अंग्रेज़ी साहित्य के विद्वान लेखक डॉ. बीरबल झा ने विद्यापति के प्रकृतिप्रेम के साथ ही उनके बहुआयामी व्यक्तित्व की चर्चा की । श्री भोगेन्द्र मिश्र"रमण" ने पंडित ठाकुर द्वारा रचित एक पद्य, जो आज भी ज़िला स्कूल पटना में प्रार्थना रूप में गाया जाता है, प्रस्तुत किया । श्री नलिनीकांत ठाकुर ने आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए इस पुस्तक के पुनर्मुद्रण के बारे में विस्तार से जानकारी दी । कई अन्य ग्रामीणों ने भी अपना विचार व्यक्त किया । इस अवसर पर राजकुमार झा, ऋषभ ठाकुर, धीरेंद्र ठाकुर, देवानन्द ठाकुर, श्याम नाथ मिश्र, नवीन ठाकुर, विश्वनाथ झा, अशोक कुमार झा, योगेंद्र नाथ झा, जयकृष्ण झा, विपिन कुमार ठाकुर, रामचंद्र झा, किशोर कुमार ठाकुर, सुनील चौधरी, दयानंद झा, दुर्गानंद ठाकुर, संतोष कुमार ठाकुर, देवन कांत झा, उदय कुमार झा, पंकज मिश्र, कालीकांत चौधरी,पंकज कुमार झा सहित कई लोग उपस्थित थे । धन्यवाद ज्ञापन रजनीकांत ठाकुर ने किया ।
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