गंधवारि में हर्षोल्लास से मनाई जा रही दुर्गापूजा
मधुबनी : रहिका प्रखण्ड के गन्धवारि गाँव में भारत के स्वतंत्र होते ही 1947 ई.से ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से शारदीय नवरात्र में दुर्गापूजा शुरू की । गन्धवारि गाँव पर माँ सरस्वती एवं लक्ष्मी की विशेष कृपा रही है । दुर्गापूजा अपनी शुरुआत के बाद से ही लगातार भव्यतर होता गया है । यहाँ की पूजा में एक विशेष बात यह है कि प्रतिपदा तिथि से माँ का पट खुला रहता है और दर्शनार्थी पहले दिन से ही पूजा पण्डाल में जाकर दर्शन का फल प्राप्त करते हैं । लोगों ने बताया कि सच्चे मन से पूजा करने पर माँ अपने भक्तों की मुराद पूरी करती हैं । इसलिए यहाँ लोगों की काफी भीड़ रहती है । अष्टमी तिथि को काफी संख्या में यहाँ बलि प्रदान किया जाता है ।
गन्धवारि में दस सदस्यीय दुर्गापूजा समिति का गठन किया गया है, जिसके अध्यक्ष जयचन्द्र मिश्र, सचिव काशीकांत ठाकुर, कोषाध्यक्ष जयवीर झा एवं सदस्यगण में चंद्रकांत ठाकुर, विनोद कुमार मिश्र, दिलीप ठाकुर, नवल कुमार मिश्र, भरत कुमार ठाकुर, दुर्गानंद मिश्र एवं संतोष मिश्र हैं । इनके आपसी समन्वय से यहाँ के दुर्गापूजा की ख्याति लगातार फैल रही है । विशेषतः निशापूजा में गाँव के प्रबुद्ध वर्ग के लोग भी जगे रहते हैं और माँ दुर्गा के चरण में श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं । मन्दिर के पुजारी ललन ठाकुर पण्डित कमलेश झा के निर्देशन में पिछले 30 वर्षों से भगवती की पूजा वैदिक और तान्त्रिक पद्धति के आधार पर करते आ रहे हैं ।
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