"बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ" का संदेश नुक्कड़ नाटक द्वारा प्रदर्शित
सिटी रिपोर्टर : मधुबनी
महिला एवं बाल विकास निगम तथा जिला प्रशासन के सौजन्य से अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर आयोजित द्विदिवसीय कार्यक्रम के दूसरे दिन "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" के नारे के साथ समाहरणालय के प्रवेश द्वार पर नुक्कड़ सभा आयोजित की गई।
बेटियों के सशक्तिकरण के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ाने का नुक्कड़ सभा एक सशक्त माध्यम है।
विदित हो कि समाहरणालय कार्यालय के प्रवेश द्वार पर रंगमंच के
कलाकारों ने जीवंत अभिनय प्रस्तुत किया,
जो एक प्रभाव पूर्ण संदेश का प्रचार कर रहे थे।
यह सभा समाज में बेटियों के महत्त्व को समझाने के लिए अहम कदम के रूप में मानी जाती है।
आईसीडीएस की डीपीओ विनीता कुमारी एवं महिला हेल्प लाइन डिस्ट्रिक्ट काउंसलर वीणा चौधरी ने बताया कि नुक्कड़ सभा का मुख्य उद्देश्य बेटियों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए सबको एक साथ आने का प्रोत्साहित करना है।
आयोजित नुक्कड़ सभा में कई विशेषज्ञ और स्थानीय लोग ने शिरकत की ।
दर्शकों ने भी बताया "बेटियों के बिना कोई समाज अधूरा होता है।
हमें उन्हें उनकी स्वाभाविक शक्तियों को विकसित करने का मौका देना चाहिए।"
नुक्कड़ सभा में कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बेटियों के महत्व को दर्शाया।
इसी कड़ी में दहेज प्रथा एवं भ्रूण हत्या
जैसी समस्याओं को पेश किया और समाज में सामाजिक सुधार के लिए समर्थन जुटाने की आवश्यकता को रेखांकित किया।
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