हिन्दी ने पूरे राष्ट्र को एक सूत्र में बाँधकर रखा : डीडीसी
रिपोर्ट : उदय कुमार झा
14:09:2023
मधुबनी : विश्व हिन्दी दिवस के अवसर पर डीआरडीए के सभाकक्ष में पण्डित राजेश पांडेय की अध्यक्षता में हिन्दी दिवस मनाया गया । इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उप विकास आयुक्त विशाल राज थे और राजभाषा विभाग के प्रभारी पदाधिकारी सह सदर डीसीएलआर रविशंकर शर्मा के नेतृत्त्व में इसका आयोजन हुआ ।
मुख्य अतिथि के रूप में अपने सम्बोधन में डीडीसी ने कहा कि हिन्दी हमारी राजभाषा है जो पूरे राष्ट्र को बाँधे हुए है और एक सूत्र में पिरोकर रखे हुए है । जब हम हिन्दी में अपना काम करते हैं तो इसमें निखार आता जाता है । भाषा में परिवर्तन होता रहता है, लेकिन इतना स्पष्ट है कि बदलाव से भी हिन्दी का स्वरूप निखरता जा रहा है । यह हम सबकी प्यारी भाषा है ।
सदर डीसीएलआर रविशंकर शर्मा ने कहा कि 45 करोड़ लोग सीधे इस भाषा को बोलने वाले हैं । संस्कृत और प्राकृत भाषा से निकली हुई हिन्दी में पूरे राष्ट्र को एक सूत्र में बाँधकर रखने की अद्भुत शक्ति है । प्रो.जे.पी.सिंह, प्रो.गंगाराम झा एवं डॉ. किरण कुमारी झा ने हिन्दी साहित्य के विविध पहलुओं पर गम्भीरता से चर्चा करते हुए अपने विचार प्रकट किए । प्रो.जे.पी.सिंह ने कहा कि हिन्दी में हम सबको समेटने की ताकत है ।
इस कार्यक्रम का मंच संचालन प्रो.नरेंद्र नारायण सिंह 'निराला' ने किया ।
कार्यक्रम में हिन्दी साहित्य की सेवा के लिए हिन्दुस्तान अखबार के पत्रकार राजेश रंजन 'शशि' एवं राणा ब्रजेश को हिन्दी विकास परिषद की ओर से डीडीसी एवं डीसीएलआर के हाथों सम्मानित किया गया ।
इस कार्यक्रम में ज्योति रमण झा 'बाबा', सुभाषचंद्र झा 'सिनेही', प्रो.शुभ कुमार वर्णवाल, प्रीतम निषाद, संदीप कुमार, अरविंद प्रसाद सहित बड़ी संख्या में हिन्दीप्रेमी उपस्थित थे, जिन्होंने अपनी रचनाएँ पेश की । कारयित्री एवं भावयित्री - दोनों प्रतिभाओं के लोगों की उपस्थिति ने कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिया ।
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