रक्तदान कर निरन्तर लोगों की जान बचा रहा माँ अन्नपूर्णा रक्त रक्षक
मधुबनी नगर में कार्यरत रक्तदान के क्षेत्र में जिले भर में अपने कार्यों को लेकर समजासेवी अभिजीत सिंह लगातार चर्चा में रहे हैं। ये और इनकी टीम के द्वारा हमेशा से ही समाजहित में सराहनीय कार्य किया जाता आ रहा है। बीते कुछ सालों में ब्लड डोनेशन के मामले में संगठन ने कई महत्वपूर्ण योगदान दिया है। समय रहते कईयो की जानें बची है।
ताजा मामला मधुबनी जिले के एक मरीज का है, जो एक 53 वर्षीय नलिन कुमार चौधरी, नगवास-बरही के निवासी हैं, जिसके ऑपरेशन होना था, पर शरीर में हेमोग्लोबिन की कमी थी। चुंकि इनका रक्त समूह रेअर (एबी नेगेटिव) था, इसलिए काफी परेशानी हो रही थी। परिवार तरफ से कोई भी डोनेट करने वाला नही था। शरीर में काफी कम ब्लड रहने के कारण स्थिति चिंताजनक थी। उसे रक्त उपलब्ध करबा कर संस्था के सदस्य आशीष आनंद मिश्रा ने उसे रक्त दान कर जीवनदान दिया।
बता दें कि इनका ऑपरेशन कुछ दिनों से रुका हुआ था। लाख प्रयास के बाद परिजन को ब्लड उपलब्ध नही हो पा रहा था। ऑपरेशन अत्यन्त जरूरी था। उन्हें ब्लड की जरूरत थी, लेकिन कहीं से कोई इंतजाम नही हो पा रहा था। मरीज के सभी परिजन काफी परेशान थे। कोई रास्ता नहीं दिख रहा था। अन्ततः परिजनों ने विकट परिस्थिति में जयनगर के माँ अन्नपूर्णा सेवा समिति के संस्थापक अमित कुमार राउत से संपर्क किया। तदुपरांत संस्था के सुमित राउत ने दो दिनों के प्रयास के बाद मधुबनी के युवा समाजसेवी अभिजीत सिंह से संपर्क किया। उन्होंने स्थिति को देखते हुए मरीज के लिए अपने संस्था के सदस्य से रिक्वेस्ट कर मरीज के लिए रक्तदान कर ब्लड उपलब्ध करवाया। इस कारण से मरीज के परिजनों को तत्काल जान में जान आयी और इलाज आसान हो सका।
मौके पर युवा समाजसेवी अभिजीत सिंह बताते हैं रक्तदान करने से किसी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं होती है। युवाओं को समय-समय पर रक्तदान करना चाहिए, ताकि ब्लड बैंक में ब्लड भरा रहे। रक्तदान के लिए धन की जरूरत नहीं है, एक बड़े दिल और साहस की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि रक्तदान करने से बहुत सारी बीमारियां भी शरीर से दूर रहती है। युवा वर्ग को नियमित समय पर रक्तदान करते रहना चाहिए। आज भी जरूरत पड़ने पर अपने सहयोगियों एवं रक्तवीरों की मदद से एक हजार से ज्यादा जिंदगी हमलोगों ने बचाया है।
वहीं, इन सब प्रकरण में अहम भूमिका निभाने वाली संस्था माँ अन्नपूर्णा रक्त रक्षक के सुमित राउत ने बताया कि उनके संस्था के मुख्य संयोजक द्वारा उनको इस परिस्थिति की जानकारी मिलते ही दो दिनों के अथक प्रयास एवं मधुबनी निवासी अभिजीत सिंह के सामूहिक प्रयास के नतीजों के कारण उक्त मरीज का ऑपरेशन अब सफल तरीके से हो पायेगा, और यही हमलोगों की उपलब्धि है।
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