सुलभ इंटरनेशनल द्वारा चार दिवसीय संगोष्ठी नेशनल कांफ्रेंस ऑन सोशलॉजी ऑफ सैनिटेशन में शामिल हुए डॉ. संजीव कुमार झा..
नई दिल्ली। नेशनल कांफ्रेंस ऑन सोशलॉजी ऑफ सैनिटेशन को संबोधित करते हुए स्वच्छता का समाजशास्त्र स्वच्छता तथा स्वास्थ्य के क्षेत्र में बिंदेश्वर पाठक का योगदान पर डा संजीव कुमार झा, सहायक प्राध्यापक, समाजशास्त्र विभाग,पीएलएम, कॉलेज, झंझारपुर ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के स्वच्छता के समाजशास्त्र के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि जब तक समाज स्वच्छ नहीं होगा देश कैसे स्वच्छ होगा। डा. झा ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने में सुलभ इंटरनेशनल द्वारा किए जा रहे प्रयासों को आगे बढ़ाने की चर्चा की । उन्होंने इस अवसर पर सुलभ के संस्थापक पद्म विभूषण डॉक्टर बिंदेश्वर पाठक जी के अभियान एवं उनके योगदान को महत्वपूर्ण माना। नई दिल्ली के अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित चार दिवसीय (2 अप्रैल से 5 अप्रैल 2023) इस कॉन्फ्रेंस में मिथिलांचल से आए हुए प्रतिनिधी के रूप में पद्म विभूषण डॉक्टर बिंदेश्वर पाठक को पाग चादर एवं सिक्की युक्त पेंटिंग से अभिनंदन एवम् सम्मानित किया। प्रो० झा द्वारा झंझारपुर की ओर से यह सिक्की पेंटिंग लाया गया था। डॉ पाठक ने अपने संबोधन में मिथिलांचल में सोशियोलॉजी ऑफ सैनिटेशन की पढ़ाई शुरू किए जाने की चर्चा की तथा इसके लिए उन्होंने डा. झा का अभिनंदन सहर्ष स्वीकार किया। डॉ. संजीव कुमार झा ने कहा कि डा. पाठक विषयों के साथ साथ समाज शास्त्रियों को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ने और बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं, जहां कुछ दशक पहले समाजशास्त्र को एक औपचारिक विषय के रूप में जाना जाता रहा था वही इन दिनों राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर डॉ पाठक के द्वारा इस विषय को विभिन्न विषयों विज्ञान एवं मानविकी विषयों के साथ जोड़कर देखा जा रहा है। उन्होंने समाज के आदर्श को डॉ. अंबेडकर के दिखाई गई नई दिशा को अपनाना आरंभ किया, डॉ. पाठक गांधी के स्वक्ष भारत और डॉ. अंबेडकर के सपनों का भारत बनाने की पहल में इनकी अग्रिम भूमिका रही है।
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