रिपोर्ट : उदय कुमार झा
ऑप्टिकल फाइबर संचार में आणविक प्रक्रिया, लेज़र, नैनो मटेरियल एवं टेराहर्ज़ तकनीक के महत्त्व पर एक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन ललितनारायण मिथिला विश्वविद्यालय की अंगीभूत इकाई महाराज लक्ष्मीश्वर सिंह महाविद्यालय, सरिसब-पाही के प्रांगण में प्रधानाचार्य डॉ. विजय मिश्र, प्रो.भवेश्वर सिंह(अवकाशप्राप्त),,डॉ. मुकेश जेवरिया, प्रो.जीवानंद झा, प्रो.प्रेममोहन मिश्र, प्रो.नौशाद आलम, प्रो.महेशचंद्र मिश्र जैसे विद्वानों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया । कार्यक्रम की शुरुआत श्री रंजेश्वर झा एवं संगम झा द्वारा स्वस्ति वाचन से की गई । उसके बाद प्रीति कुमारी द्वारा गणेश वंदना प्रस्तुत की गई । उपस्थित अतिथियों का स्वागत डॉ. के.के.झा ने किया । कार्यक्रम के संयोजक डॉ. वेदनाथ झा ने विषय-प्रवेश करवाया और संचार माध्यम में नैनो तकनीक के बारे में समझाते हुए कहा कि कम्युनिकेशन इंफ्रास्ट्रक्चर में ऑप्टिकल फाइबर की भूमिका "रीढ़ की हड्डी" की तरह है ।
सीएसआईआर, दिल्ली के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. मुकेश जेवरिया ने बीज-भाषण देते हुए कहा कि भारत में 5G तकनीक आ रहा है । इसके बाद निकट भविष्य में 6G आ जाएगा जो संचार के लिए ज्यादा सुरक्षित रहेगा । आज का ज़माना लेज़र तकनीक का है और अगले दस वर्षों के बाद टेराहर्ज़ का ज़माना आ जाएगा जो अत्यधिक तीव्र गति से काम करेगा ।
उसके बाद इंडियन साइंस काँग्रेस , कोलकाता से आए वैज्ञानिक डॉ. शिवसत्य प्रकाश, मिल्लत कॉलेज, दरभंगा के प्रो.महेश चंद्र मिश्र, लनामिवि, दरभंगा के स्नातकोत्तर रसायन विभागाध्यक्ष डॉ. प्रेम मोहन मिश्र, प्रो.भवेश्वर सिंह(अवकाशप्राप्त विभागाध्यक्ष), डॉ. नौशाद आलम विभागाध्यक्ष, भौतिकी, जीडी कॉलेज, बेगूसराय, प्रो.नारायण झा(प्रधानाचार्य) , प्रो. जीवानंद झा ने अपने विचार व्यक्त किये । अध्यक्षीय भाषण सत्र के अध्यक्ष एवं प्रधानाचार्य डॉ. विजय मिश्र ने दिया और अंत में एमएलएस कॉलेज के शिक्षक डॉ. देवेश पांडेय ने धन्यवाद ज्ञापन किया ।
इस अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में जो विद्वान आज के सत्र में अपना शोध आलेख प्रस्तुत कर रहे हैं, उनमें प्रमुख हैं - डॉ. मुकेश जेवरिया, (सीएसआईआर-दिल्ली), डॉ. आलोक सिंह झा(जे.एन.यू.),डॉ. जे.आर.अंसारी, डॉ. एन. आचार्य इंजीनियरिंग कॉलेज, गुड़गांव, डॉ. पूजा शर्मा (मिंटो विश्वविद्यालय, पुर्तगाल),डॉ. नौशाद आलम, अध्यक्ष, भौतिकी विभाग, जीडी कॉलेज, बेगूसराय एवं डॉ. रीना कुमारी, मिल्लत कॉलेज, दरभंगा ।
इन विद्वानों के अतिरिक्त इस सेमिनार में डॉ. रवि भारती(समाजशास्त्र विभाग, एमएलएस कॉलेज, सरिसब-पाही), नेहा, रामू शर्मा, विद्यासागर, डॉ. लाल प्रसाद, नमिता, आरती, खुशबू, अर्चना, लक्ष्मी कुमारी, रिया, प्रीति, नीलू आदि भाग ले रहे हैं । साथ ही मेजबान महाविद्यालय के पूर्व प्रधानाचार्य डॉ. विद्यानन्द झा, प्रो.अशर्फी कामत आदि ने भी इस सेमिनार में पहुँचकर अपनी भागीदारी दी । इस प्रकार के अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार से सरिसब-पाही फिर अपनी सारस्वत गरिमा को लेकर चर्चा में आ गया है । इस सेमिनार का समापन शुक्रवार संध्या में होगा ।
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