प्रवासी भारतीय दिवस पर भारत सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बिहार का प्रतिनिधित्व करेंगी कुमारी अनीशा
रिपोर्ट : उदय कुमार झा
सारण : कृष्णापुरी कॉलोनी, नंदलाल टोला, छपरा के निवासी हिमेश चंद्र मिश्रा एवं श्रीमती सुनीता मिश्रा के घर जन्मी एक नन्ही सी गुड़िया आज अपनी कीर्त्तिपताका चारों ओर फहरा रही है । मिश्र परिवार की इस बेटी का नाम है कुमारी अनीशा । जो लोग आज भी बेटियों को परिवार का बोझ मानते हैं, उन्हें इस लड़की की उपलब्धियों को समझकर गर्व करना चाहिए । आइए अब मैं परिचय करा दूँ अनीशा के कार्यों से ।
छपरा के जगदम कॉलेज से स्नातक (रसायनशास्त्र) अनीशा एनएसएस की स्वयंसेविका है । गरीब परिवारों के बच्चों को 2 अक्टूबर 2017 से 44 नम्बर ढाला के पास हुस्से छपरा में पीपल के पेड़ के नीचे निःशुल्क शिक्षा देती आ रही है । राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़ने के साथ ही गरीब बच्चों को निःशुल्क शिक्षित करना, दहेजप्रथा उन्मूलन, स्वच्छता अभियान, महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण, रक्तदान आदि सम्बन्धी जागरूकता अभियानों में निरन्तर भाग लेती आ रही है । लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए, विशेषतः गाँव की लड़कियों को सात दिवसीय मार्शल आर्ट का निःशुल्क प्रशिक्षण अपनी कुछ साथियों के साथ मिलकर देती है । 2019 ई.में एसएसएस में दो सालों के दौरान विभिन्न गतिविधियों एवं समाजसेवा हेतु किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए युवा एवं खेल मंत्रालय(भारत सरकार) द्वारा एनएसएस राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चयनित हुई और 24 सितम्बर,2019 को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद के हाथों राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में एनएसएस राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त की ।राष्ट्रीय सेवा योजना के राष्ट्रीय स्तर के कई शिविरों एवं कार्यक्रमों ; जैसे - राष्ट्रीय एकीकरण शिविर, पश्चिम बंगाल,एडवेंचर कैम्प, पोंग बाँध, हिमाचल प्रदेश ; राष्ट्रीय युवा महोत्सव, ग्रेटर नोएडा, उप्र ; राष्ट्रीय युवा महोत्सव 2019 में एनएसएस पुरस्कार विजेता मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होना ; बेस्ट एनएसएस एक्सीलेंट वालंटियर अवार्ड ऑफ जगदम कॉलेज,2022 ; दैनिक जागरण द्वारा आयोजित निबंध प्रतियोगिता (सपनों को चली छूने) में सारण ज़िले में प्रथम स्थान प्राप्त कर बिहार के तत्कालीन राज्यपाल रामनाथ कोविंद द्वारा पुरस्कृत ; प्रभात खबर द्वारा सारण की दस प्रभावशाली महिलाओं में चयनित होकर "अपराजिता सम्मान"से सम्मानित ; डीएम सारण द्वारा प्रेरणा दूत पुरस्कार-2018 ; पटना में Being Helper Foundation द्वारा 'बिहार शौर्य सम्मान'2021 ; स्किल फाउंडेशन द्वारा "Young India Change maker Award" 2019
जैसे शिविरों में भाग ले चुकी है और सम्मानित हो चुकी है । अनीशा एक समाजसेविका होने के साथ-साथ कत्थक नृत्यांगना भी है । प्रयाग संगीत समिति, इलाहाबाद में कत्थक की पंचम वर्ष की छात्रा है और कत्थक नृत्य की शिक्षा पंडित राजेश मिश्र से प्राप्त कर रही है । All India Dance & Music Festival, Kolkata में कत्थक नृत्य में बिहार का प्रतिनिधित्व कर चुकी है अनीशा । बिहार की इस यशस्विनी बेटी को संस्कृति भारत द्वारा आयोजित भारत नृत्योत्सव में कत्थक की प्रस्तुति पर "भारत शिरोमणि सम्मान" से सम्मानित किया जा चुका है ।
17वीं प्रवासी भारतीय दिवस (8-10 जनवरी,2023) के अवसर पर युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार के तत्त्वावधान में युवा प्रवासी भारतीय दिवस संस्थान के द्वारा मध्यप्रदेश के इंदौर में आयोजित कार्यक्रम में सारण ज़िले की राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित एनएसएस स्वयंसेविका कुमारी अनीशा बिहार का प्रतिनिधित्व करेंगी । कार्यक्रम का थीम प्रवासी अमृत काल में भारत की प्रगति के लिए विश्वसनीय भागीदार रखा गया है । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ गुआना के राष्ट्रपति शामिल होंगे ।साथ ही युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा अन्य देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे । इस कार्यक्रम में पूरे देश से 50 एनएसएस स्वयंसेवकों का चयन किया गया है । कार्यक्रम में भारतीय युवाओं के साथ ही 11 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के सदस्य भी शामिल होंगे जिसमें गुआना के राष्ट्रपति, सूरीनाम के राष्ट्रपति, गुआना के प्रधानमंत्री, बांग्लादेश के वणिज्यमंत्री आदि के आने की संभावना है । कार्यक्रम में भारत सरकार द्वारा बिहार की बेटी अनीशा को आमन्त्रित किया गया है । अनीशा के चयन पर जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.फारूक अली, पूर्व एनएसएस समन्वयक डॉ. विद्यावाचस्पति त्रिपाठी, वर्त्तमान समन्वयक डॉ. हरीश चंद्र, ज़िला युवा अधिकारी मयंक भदौरिया सहित कई लोगों ने बधाई दी है ।
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