रिपोर्ट : उदय कुमार झा
मधुबनी : कर्णाट वंशीय राजा हरिसिंह देव के समय से मिथिला में सुव्यवस्थित रूप से जारी पंजी प्रथा के विशेषज्ञ को आधुनिक युग में पहली बार किसी सार्वजनिक मंच से सम्मानित होने का अवसर मिला है । महाराज लक्ष्मीश्वर सिंह मेमोरियल कॉलेज, दरभंगा में विद्यापति सेवा संस्थान की ओर से मिथिला की पंजी प्रथा के विशेषज्ञ श्री शक्ति नंदन झा को विद्यापति पर्व समारोह के दौरान कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के विद्वान कुलपति डॉ. शशिनाथ झा ने मोमेंटो एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया । विदित हो कि पञ्जीकार शक्तिनन्दन झा ने संस्कृत विश्वविद्यालय, दरभंगा से 1978 ई.में पंजीप्रबन्ध में आचार्य की परीक्षा पास की एवं 1980 ई.में साहित्याचार्य बने । इनके पिता स्व.हरिनंदन झा भी धौत परीक्षोत्तीर्ण रहे हैं और पंजी प्रथा के विशिष्ट जानकार थे ।
विद्यापति सेवा संस्थान द्वारा "मिथिला विभूति सम्मान" से सम्मानित होने पर उनके गाँव ककरौल एवं पंजीप्रबन्ध में रुचि रखनेवालों में खुशी की लहर व्याप्त है ।
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