रिपोर्ट : उदय कुमार झा
12:11:2022
जहानाबाद के जिला जज राकेश कुमार सिंह उस वक़्त बेहद भावुक हो गए जब एक गरीब बुजुर्ग राष्ट्रीय लोक अदालत में पहुँचे और उन्होंने बताया कि उन्हें 18 हज़ार रुपये बैंक को लौटाना है किन्तु बेटी की शादी में वह कर्ज़ में डूब गए हैं । उन्हें कर्ज़ की राशि लौटाने के पैसे नहीं हैं । उस बुजुर्ग के पास केवल 5 हज़ार रुपये थे ।साथ आए एक युवक ने अपनी ओर से तीन हज़ार रुपये दिए । बाँकी के दस हज़ार रुपये ज़िला जज श्री राकेश कुमार सिंह ने अपनी ओर से उस गरीब ब्राह्मण को देकर कर्ज़ लौटाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की । सामान्य रूप से जज को एक कड़क इन्सान के रूप में जाना जाता है क्योंकि वे न्यायाधीश बनकर बैठे होते हैं, किन्तु उनके अंदर एक कोमल और भावुक हृदय भी होता है, इसका परिचय ज़िला जज की सहृदयता से दिख गया । आज उनकी उदारता और कोमल भावना की चर्चा चारों ओर हो रही है । खुद ज़िला जज तो इस प्रसंग कुछ नहीं बोले किन्तु उस गरीब बुजुर्ग तो जज साहब का धन्यवाद ज्ञापन करते नहीं थके ।
No comments:
Post a Comment