पटना, 27 जुलाई, 2022 - भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति डॉ० अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर उन्हें सादर नमन करते हुए उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा कि वे भारतीय ऋषि परंपरा के वैज्ञानिक थे, जिन्होंने "मिसाईल मैन" के रूप में देश में स्वदेशी तकनीक के सहारे मिसाईल कार्यक्रम प्रारंभ किया तथा इसे विश्वस्तरीय बनाया। भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम और परमाणु कार्यक्रम के विकास में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा।
डा० कलाम को स्मरण करते हुए रेणु देवी ने कहा कि कलाम साहब कहा करते थे - "आत्मसम्मान आत्मनिर्भरता के बाद आता है"। यह वाक्य बिलकुल सत्य है, जब तक भारत विज्ञान एवं टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भर नहीं होगा, तब तक देशवासियों में पूर्ण आत्मसम्मान की भावना नहीं आयेगी।
रेणु देवी ने आगे कहा कि डा० कलाम के आदर्शों पर चलते हुए भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने "आत्मनिर्भर भारत अभियान" का शुभारंभ किया है। विदेशों पर हमारी निर्भरता जितनी घटेगी, विश्व में हमारा मान उतना ही बढ़ता जाएगा। उन्होंने कहा कि देश कलाम साहब का सदा ऋणी रहेगा।
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