रिपोर्ट : उदय कुमार झा
मधुबनी : पंडौल प्रखण्ड के सरिसब-पाही निवासी एवं दिल्ली में कार्यरत पत्रकार मदन झा की पहल पर पहली बार सरिसब-पाही के डॉ सर गंगानाथ झा वाचनालय परिसर में मिथिला आम महोत्सव का आयोजन किया गया । इस महोत्सव में कटक एवं नई दिल्ली में वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक के रूप में काम कर चुके उदयधारी सिंह, सुखेत से रोहित सिंह राजपूत, डॉ विश्वकर्मा (फल बागवानी विशेषज्ञ), कम्युनिटी रेडियो (फुलपरास) के संचालक राज झा, यदुनाथ सार्वजनिक पुस्तकालय के संचालक उदय नाथ मिश्र, अयाची नगर युवा संगठन के संस्थापक विक्की मण्डल, मिथिला के पुरातत्व पर काम कर रहे अमल झा, मुरारि झा सहित कई कृषि वैज्ञानिक एवं स्थानीय प्रकृतिप्रेमी उपस्थित थे । सौ से ज्यादा किस्मों के आमों की प्रदर्शनी लोगों को लुभा रही थी । बीते कई दिनों से इस महोत्सव की तैयारी की जा रही थी । मदन झा ने बताया कि इस प्रकार के आयोजनों से लोगों को अपने क्षेत्र के विभिन्न किस्मों के आमों के बारे में जानकारी मिलेगी और लोग पौधा संरक्षण भी करेंगे और कई किस्मों के आमों के प्रति उत्सुक होकर उनकी बागवानी की ओर प्रवृत्त होंगे । साथ ही दूसरे क्षेत्रों के लोगों की नज़र भी मिथिला के आमों के प्रति आकृष्ट होगी । इस कार्यक्रम में कृषि वैज्ञानिकों ने आमों के वृक्षों की सही देखभाल, आमों को सही विधि से तोड़ने की विधि आदि के बारे में विस्तार से चर्चा की । चर्चा के दौरान बताया गया कि मिथिला में 173 प्रजाति के आमों का इतिहास रहा है जिसमें 139 प्रजाति के आमों का प्रदर्शन इस महोत्सव में किया गया । आमों का प्रदर्शन आठ जून की शाम तक किया जाएगा ।
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