•मरीजों को नहीं होने दी जाएगी ब्लड की कमी : डॉ. गिरीश कुमार
•रक्तदान से शरीर में बनता है नया खून, रहें स्वस्थ्य
समस्तीपुर/14 जून
विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर सदर अस्पताल के ब्लड बैंक में ब्लड बैंक द्वारा दीनबंधु रक्तदान समूह एवं ग्रामीण रक्तदान समूह के सहयोग से द्वारा कैंप लगाया गया जिसमें लोगों ने रक्तदान किया। दीनबंधु रक्तदान समूह एवं ग्रामीण रक्तदान समूह परिवार द्वारा इन सभी रक्तवीरों के उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हुऐ उन्हें संस्था के द्वारा प्रमाणपत्र व मोमेंटो देकर सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. गिरीश कुमार ने कहा की मरीजों को ब्लड की कमी नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जिले में स्वयंसेवी संस्थानों द्वारा समय-समय पर रक्तदान कर लोगों की जरूरत को पूरा किया जाता है साथ ही अन्य कई संगठनों द्वारा समय-समय पर ब्लड डोनेट किया जाता है। इसके अलावा ब्लड बैंक द्वारा भी 15 से 20 ऐसे लोगों का समूह तैयार किया गया है जो कभी भी ब्लड की जरूरत होने पर नि:शुल्क ब्लड डोनेट कर जरूरतमंदों को ब्लड उपलब्ध करवाते हैं। इस अवसर पर ब्लड बैंक द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर में लगभग एक दर्जन से अधिक लोगों ने रक्तदान किया।
रक्तदान से शरीर में बनता है नया खून, रहें स्वस्थ
रक्तदान महादान है. रक्तदान के कई फायदे भी हैं. यह शरीर में नई रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है और आपको स्वस्थ्य रखता है. रक्तदान से ह्रदयाघात की संभावना कम होती है. ब्लड प्रेशर कम होता है साथ ही ब्लड प्रेशर की दवा खाने वाले रोगी की डोज भी घट जाती है.
रक्तविकार संंबंधी रोगियों को होती है ब्लड की जरूरत:
रक्तविकार संबंधी कई ऐसी बीमारियां हैं जिसके लिए ब्लड की जरूरत होती है. ऐसे में उनलोगों का ध्यान रखना भी सभी की जिम्मेदारी हो जाती है. रक्तविकार की समस्याओं जैसे थैलीसीमिया, हीमोफीलिया व ब्लड कैंसर से प्रभावित लोगों को रक्त की हमेशा जरूरत होती है. एनीमिया प्रभावित गर्भवती महिलाओं के प्रसव संबंधी जोखिम को कम करने के लिए भी रक्त की जरूरत होती है. अत्यधिक रक्तस्राव से प्रसूता की जान भी जा सकती है. वहीं अन्य प्रकार के सर्जरी के दौरान भी रक्त की जरूरत लोगों को होती है. ऐसे समय के लिए अधिकतर लोग ब्लड बैंक पर ही निर्भर होते हैं. खून की आवश्यकता की पूर्ति तभी संभव है जब ब्लड बैंक में पर्याप्त खून का भंडारण किया गया हो. ऐसे में एक स्वस्थ्य व्यक्ति द्वारा रक्तदान किया जाना महादान माना जाता है.
रक्तदाता इन बातों का रखें ख्याल:
•18 साल से 65 साल के लोग रक्तदान कर सकते हैं ।
•45 किलोग्राम वजन के लोग 350 मिलीलीटर एवं 55 किलोग्राम से ऊपर वजन के लोग 450 मिलीलीटर खून दान कर सकते हैं।
•12.50 ग्राम हेमोग्लोबिन या इससे अधिक होने पर ही रक्तदान संभव है।
•एड्स, उच्च रक्तचाप, अत्यधिक मधुमेह एवं थेलेसीमिया जैसे अन्य गंभीर रोगों से ग्रसित लोग रक्तदान नहीं कर सकते हैं ।
•टीबी के मरीज ठीक होने के 2 साल बाद रक्तदान कर सकते हैं
•रक्तदाता का वजन 45 किलोग्राम से कम ना हो।
•खून देने से 24 घंटे पहले से ही शराब, धूम्रपान और तम्बाकू का सेवन ना करें।
रक्तदान शिविर में मुकेश कुमार, दीपक कुमार ,सात्विक कुमार, ग्रामीण रक्तदान समूह के कृष्ण कुमार, नवनीत सहित 1 दर्जन से अधिक लोगों ने रक्तदान किया. वही मौके पर प्रयोगशाला प्रावैधिकी सुशील कुमार, दिलीप कुमार, सुधीर कुमार , निशा कुमारी, निशु कुमार एवं दीपक कुमार दीनबंधु रक्तदान समूह के राहुल श्रीवास्तव सहित कई कर्मी उपस्थित रहे.
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