मां पीताम्बरा ही यातना, उत्पीड़न एवं सर्वव्यापी क्रूर, अत्याचारों से छुटकारा दिला सकती हैं :- आचार्य अरुण शास्त्री 'मधुप'
धीरज गुप्ता (गया) की रिपोर्ट
गया के सिद्धपीठ में स्थित मां पीताम्बरा बगलामुखी ही यातना उत्पीड़न एवं सर्व व्यापी क्रूर अत्याचारों से छुटकारा दिला सकती है - यह बातें सनातन धर्म रक्षक भारतीय राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा एवं कौटिल्य मंच के राष्ट्रीय महासचिव आचार्य अरुण शास्त्री 'मधुप' ने कही है l उन्होंने आगे कहा कि वैज्ञानिक प्रगति के साथ धर्म की पकड़ ढीली होने से निरंतर मन, वचन और कर्म में प्रदूषण एवं परिस्थितिकीय असंतुलन के कारण समूची मानवता का अस्तित्व खतरे में है क्योंकि विज्ञान जहां मानवीय जीवन को अधिक सुखमय सुविधाजनक बना रहा है ,इसकी प्रगति को गति दे रहा है तो वहीं धर्म व्यक्ति को अधिक संवेदनशील उदार ,सच्चाई, त्याग, संतोष जैसे मानवीय गुणों से सशक्त बनाता है। किंतु दुर्भाग्य है इसकी पकड़ निरंतर ढीली होती जा रही है। इस सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि आज गया धाम के सिद्ध पीठ मां बगलामुखी मंदिर के प्रांगण में आयोजित भव्य रुप से पूजा अर्चना हवन के पश्चात प्रसाद आदि का वितरण किया गया है। इस मौके पर उपस्थित होकर भाग लेने वाले प्रमुख लोगों में विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े भारतीय राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर विवेकानंद मिश्र समाज सेवा, धर्म एवं राजनीति में एक विशेष पहचान बनाने वाले राष्ट्रीय कवि ,साहित्यकार सूर्या नंद मिश्रा वैष्णवी मांडवी ,शंभू बाबू, आचार्य पप्पू जी, निरंजन कुमार मिश्रा, मृदुला मिश्रा, लकी सोनू मिश्रा, नरेंद्र मिश्रा, सौरभ मिश्रा नागेंद्र मिश्रा विवेकानंद वैद्य विनोद झा देवेंद्र मिश्रा प्रवीण मिश्रा अजीत मिश्रा धर्मेंद्र पांडे दयानंद पांडे रुद्राणी माता कामाख्या के अलावे इस ऐतिहासिक समारोह में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं धर्मप्रेमियों, बुद्धिजीवियों ने भाग लेकर समस्त धर्म और धरती की रक्षा के लिए मां बगलामुखी से प्रार्थना किया है।
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