मिथिला के धरोहर के संरक्षण में सरकार लापरवाह..... विनोद चौधरी
महाराजाधिराज लक्ष्मीश्वर सिंह संग्रहालय का संरक्षण तुरंत आवश्यक.....
बिहार विधान परिषद के पूर्व सदस्य प्रो० विनोद कुमार चौधरी ने केंद्र एवं राज्य सरकार पर मिथिला के धरोहरों के संरक्षण में उदासीनता बरतने का आरोप लगाते हुए कहा है कि कुमार सुभेश्वर सिंह द्वारा 1979 में महाराजा लक्ष्मीश्वर सिंह संग्रहालय की स्थापना दरभंगा में की गई, जिसमें मुख्य रूप से महाराज रामेश्वर सिंह द्वारा संग्रहित कलाकृतियों एवं ऐतिहासिक वस्तुओं को यहां रखा गया।
महाराजाधिराज कामेश्वर सिंह का सिंहासन भी इस संग्रहालय की शोभा है। हाथी दांत एवं काष्ठ से बनी विभिन्न तरह की ऐतिहासिक कलाकृतियां इस संग्रहालय में रखी हुई है जिसका तत्काल विशेष संरक्षण नहीं किया गया तो इसका नाश हो जाएगा।
इस ऐतिहासिक संग्रहालय में बाद के दिनों में विभिन्न स्थानों से प्राप्त देवी देवताओं की प्रतिमा भी रखी गई।
15 नवंबर 2017 को बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जब इस संग्रहालय का निरीक्षण किया तो यहां रखें धरोहर को देखकर वे चकित रह गए तथा इसके संरक्षण की जिम्मेवारी बिहार सरकार के कला एवं संस्कृति विभाग को सौंपा तथा तत्कालीन सचिव चेतन्य प्रसाद को इस दिशा में ठोस कदम उठाने का निर्देश दिया।बाद में भारत सरकार के कला एवं संस्कृति मंत्रालय से लगातार संपर्क के बाद NRLC (नेशनल लैबोरेट्री फॉर कंजर्वेशन लखनऊ) नामक सरकारी संस्थान से एक इकरारनामा पर संस्था के महा निर्देशक मैनेजर सिंह एवं इस संग्रहालय के संग्रहालय अध्यक्ष डॉ० शिवकुमार मिश्र ने 2019 में हस्ताक्षर किए, जिसके अनुसार बिहार सरकार को 155 महत्वपूर्ण कृतियों के संरक्षण हेतु NRLC को एक करोड़ 65 लाख 55 हजार रुपया देना तय हुआ बिहार सरकार ने पचासी लाख रुपया अग्रिम राशि के रूप में लखनऊ के सरकारी संस्थान को दिया तथा इकरारनामे के अनुसार काम भी शुरू हुआ लेकिन तत्कालीन महानिदेशक के उस पद से हटने के बाद कार्य ठप हो गया तथा संस्था एवं केंद्र सरकार इस संबंध में कोई सकारात्मक जवाब भी बिहार सरकार को नहीं दे रही है।
सूत्रों के अनुसार बिहार सरकार द्वारा संग्रहालय अध्यक्षों की नियुक्ति नहीं होने से राज्य के विभिन्न संग्रहालय मैं संरक्षण एवं संवर्धन का काम लगभग ठप है। बिहार में वर्तमान में 28 संग्रहालय है जिसके मात्र 4 अधिकारी देख-रेख कर रहे हैं। दरभंगा संग्रहालय की जिम्मेवारी संभाल रहे डॉ शिवकुमार मिश्र पर कुल 6 संग्रहालयों की जिम्मेवारी वर्तमान में है। शिवकुमार मिश्र से जब महाराजधीराज लक्ष्मीश्वर सिंह संग्रहालय के ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण के संबंध में पूछा गया तो उन्होंने NRLC नामक केंद्रीय संस्था से इकरारनामा की बात स्वीकार करते हुए कहा कि बिहार सरकार लगातार केंद्र सरकार से पत्राचार कर रही है तथा शीघ्र ही इस दिशा में कोई ठोस कदम उठाए जाएंगे। डॉ० मिस्र ने संग्रहालय अध्यक्ष की कमी को स्वीकार किया और कहा कि यह देखना राज्य सरकार का काम है।
बहर हाल केंद्र एवं राज्य सरकार पर दबाव बनाने हेतु मिथिला के लोकसभा एवं राज्यसभा के जनप्रतिनिधियों सहित बिहार विधानसभा एवं विधान परिषद के सदस्यों को भी ठोस पहल करने का प्रोफेसर चौधरी ने निवेदन किया है।
No comments:
Post a Comment