विश्व हाइपरटेंशन दिवस : तनावमुक्त जीवनशैली है मददगार
• इस वर्ष की थीम- “अपने रक्तचाप को सटीक रूप से मापें, इसे नियंत्रित करें, लंबे समय तक जीवित रहें’.
• देश की 32 % से ज्यादा आबादी उच्च रक्तचाप से पीड़ित
• तनाव से बचें और लक्षणों की नहीं करें अनदेखी
समस्तीपुर, 17 मई। हाइपरटेंशन यानि उच्च रक्तचाप से बचाव के लिए प्रत्येक वर्ष 17 मई को विश्व हाइपरटेंशन दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष के विश्व हाइपरटेंशन दिवस की थीम-“अपने रक्तचाप को सटीक रूप से मापें, इसे नियंत्रित करें, लंबे समय तक जीवित रहें’.” रखी गयी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार देश की करीब 32% से अधिक की आबादी उच्च रक्तचाप से पीड़ित है। जिसमें 25% शहरी आबादी और 10% ग्रामीण आबादी हाइपरटेंशन से ग्रसित है।
क्या है हाइपरटेंशन :
इसे सामान्य भाषा में उच्च रक्तचाप भी कहा जाता है। यह दो प्रकार का होता है। पहला एशेनशिएल हाइपरटेंशन जो मूलतः अनुवांशिक, अधिक उम्र होने पर, अत्यधिक नमक का सेवन तथा लचर एवं लापरवाह जीवनशैली के कारण होता है। दूसरा सेकेंडरी हाइपरटेंशन, जब उच्च रक्तचाप का सीधा कारण चिह्नित हो जाये तो उस स्थिति को सेकेंडरी हाइपरटेंशन कहते हैं। यह गुर्दा रोग के मरीजों तथा गर्भ निरोधक गोलियों का सेवन करने वाली महिलाओं में अधिक देखा जाता है।
ये लक्ष्ण दिखाई दे तो हो जाएं सावधान :
हाइपरटेंशन को शुरुआती लक्ष्णों से जाना जा सकता है एवं इससे बचा भी जा सकता है।
• सर में अत्यधिक दर्द रहना.
• लगातार थकावट का अहसास
• सीने में दर्द होना.
• सांस लेने में कठिनाई.
• दृष्टि में धुंधलापन
• पेशाब में खून आना
• गर्दन,सीने व बाहों में दर्द का लगातार बने रहना
गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ विजय कुमार ने बताया ख़राब जीवनशैली के कारण धीरे-धीरे किशोर एवं युवक भी इस गंभीर समस्या से पीड़ित हो रहे हैं। इसलिए बिगडती जीवनशैली को ठीक करना बहुत जरूरी है। आहार में फास्टफ़ूड की जगह फलों का सेवन, सुबह जल्दी उठना एवं रात में जल्दी सोना, अवसाद एवं तनाव से बचना एवं नियमित व्यायाम से इस रोग से बचा जा सकता है। अधिकतर हाइपरटेंशन के रोगियों को मालूम भी नहीं रहता कि वह इससे ग्रसित हैं तथा इसके लक्षणों को नजरंदाज करते हैं। इसकी अनदेखी करने वाले मरीजों को गंभीर बीमारियों जैसे हृदयघात, मस्तिष्कघात, लकवा, ह्रदयरोग,किडनी का काम करना बंद हो जाना जैसी स्थिति का सामना करना पड़ता है।
ये हैं कारण:
तनावग्रस्त जीवनशैली हाइपरटेंशन के प्रमुख कारणों में से एक है। इसके अलावा धूम्रपान करना, मोटापा, अत्यधिक शराब का सेवन, अच्छी नींद का ना लेना, चिंता, अवसाद, भोजन में नमक का अधिक प्रयोग, गंभीर गुर्दा रोग, परिवार में उच्च रक्तचाप का इतिहास एवं थायराइड की समस्या ,हाइपरटेंशन का कारण हो सकता है।
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