पंजीकृत कामगार मजदूरों का आयुष्मान भारत योजना का बन रहा है गोल्डेन कार्ड
•एक सप्ताह तक विशेष अभियान चलाकर प्रखंड कार्यालय मे बनाया जाएगा कार्ड
•कार्ड के लिए विभाग द्वारा जारी पंजीयन प्रमाणपत्र एवं आधार कार्ड की आवश्यकता
•सूचीबद्ध अस्पतालों में निःशुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध: डीपीसी
मधुबनी , 25 अप्रैल।
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल आयुष्मान भारत योजना के तहत श्रम संसाधन विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देश के आलोक में जिले के विभिन्न प्रखंडों कार्यालय के परिसर में मेगा कैंप का आयोजन किया जा रहा है। या कैंप सोमवार से शुरू होकर 1 मई तक संचालित रहेगा जहां श्रम विभाग में पंजीकृत मजदूरों का विशेष अभियान चलाकर गोल्डन कार्ड बनाया जा रहा है। आयुष्मान भारत के जिला कार्यक्रम कुमार प्रियरंजन ने बताया जिले के 33,134 पंजीकृत का आयुष्मान कार्ड बनाया जिसमें 573 शहरी क्षेत्र के पंजीकृत मजदूरों का कार्ड बनाया जाना है।
कार्ड बनवाने के लिए विभाग द्वारा जारी पंजीयन प्रमाणपत्र एवं आधार कार्ड की होती आवश्यकता:
श्रम अधीक्षक श्रम अधीक्षक अश्वनी कुमार ने बताया कि बिहार राज्य निर्माण एवं कामगार कल्याण बोर्ड से निबंधित मजदूर इस योजना के तहत अपना-अपना आयुष्मान भारत योजना का हेल्थ कार्ड बनवा सकते हैं। श्रम विभाग द्वारा लाभार्थी को आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए श्रम विभाग द्वारा जारी पंजीयन प्रमाणपत्र एवं आधार कार्ड की आवश्यकता होगी। बिहार राज्य निर्माण एवं कामगार बोर्ड से निबंधित मजदूरों को प्रत्येक पांच वर्ष में पांच लाख रुपये तक की मुफ्त इलाज की सुविधा का लाभ मिलता है। उन्होंने यह भी बताया कि निबंधित मजदूर योजना के तहत देश के किसी भी सरकारी एवं गैर सरकारी सूचीबद्ध अस्पतालों में अपना इलाज कराया जा सकता है। इसके लिए आयुष्मान भारत के जिला कार्यालय या टोल फ्री नंबर-14555 पर आसानी से संपर्क किया जा सकता है। आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए श्रम विभाग द्वारा जारी पंजीयन प्रमाण पत्र और आधार कार्ड के साथ नजदीकी वसुधा केंद्र (कॉमन सर्विस सेंटर) के संचालकों से भी संपर्क किया जा सकता है। वहीं अन्य पात्र लाभार्थियों का कॉमन सर्विस सेंटर पर पूर्व की भांति कार्ड बनाया जा रहा है.
सूचीबद्ध अस्पतालों में निःशुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध: डीपीसी:
आयुष्मान भारत योजना की जिला कार्यक्रम समन्वयक ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा सितंबर 2018 को गरीबी से परेशान लोगों के लिए नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने को लेकर आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की गई थी। भवन निर्माण सहित अन्य कामगार मजदूर (बीओसीडब्ल्यू) से पंजीकृत मजदूरों का ही आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है। इसी योजना के तहत श्रमिकों का आयुष्मान भारत योजना से संबंधित कार्ड बनाया जा रहा है। पात्र लाभार्थियों को इस योजना के तहत 5 लाख रुपए तक प्रति वर्ष मुफ्त इलाज के लिए सरकार द्वारा सूचीबद्ध अस्पतालों में सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। साथ ही जिले में चयनित अस्पतालों को इस योजना से जुड़े लाभार्थियों को इस योजना के तहत निःशुल्क इलाज किया जाता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें