12 से 14 आयु वर्ग के बच्चों के कोविड वैक्सीनेशन के लिए नए दिशा -निर्देश हुए जारी
• राज्य प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने सभी जिलों के सिविल सर्जन, डीआईओ और जिला शिक्षा पदाधिकारी को जारी किए निर्देश
• देश के कई राज्यों में टीकाकरण के बाद इस आयु वर्ग के बच्चों के हॉस्पिटलाइजेशन की सूचना मिलने के बाद जारी किया गया दिशा- निर्देश
मधुबनी / 5 अप्रैल। राज्य में सभी को कोविड का टीका देने की मुहीम स्वास्थ्य विभाग एवं राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही है. अब 12 से 14 आयुवर्ग के बच्चों का भी कोविड टीकाकरण किया जा रहा है. स्कूल के स्तर पर 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के कोविड वैक्सीनेशन के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति ने नए दिशा -निर्देश जारी किए हैं. इसको ले राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार के राज्य प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने डॉ. नरेंद्र कुमार सिन्हा ने राज्य के सभी जिलों के सिविल सर्जन, डीआईओ और जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र जारी कर आवश्यक दिशा- निर्देश जारी किए हैं.
हॉस्पिटलाइजेशन की सूचना प्राप्त होने के कारण जारी किये गए निर्देश:
जारी पत्र में बताया गया है कि राज्य के सभी जिलों में 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए स्कूल स्तर पर ही कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है। राज्य स्वास्थ्य समिति से प्राप्त सूचना के अनुसार देश के कई राज्यों में उक्त आयु वर्ग के कई बच्चों के कोरोना टीकाकरण के बाद उनके हॉस्पिटलाइजेशन की सूचना प्राप्त हुई है. इसके प्रारंभिक कारणों में बच्चों में एंग्जायटी या घबराहट की स्थिति देखी गयी है जिसमें बच्चे डिप्रेशन के शिकार हो जाते हैं. इसको देखते हुए उक्त आयु वर्ग के बच्चों के लिए विद्यालय स्तर पर लगाए जा रहे सत्र स्थलों पर निम्नलिखित दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. जारी पत्र में बताया गया है कि विद्यालय स्तर पर 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों का टीकाकरण स्थानीय स्तर पर कार्यरत शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर कराए जाएंगे.
करना होगा निम्न निर्देशों का पालन:
• टीकाकरण कक्ष में एक समय में केवल एक ही बच्चे का प्रवेश होगा.
• प्रतीक्षा, टीकाकरण एवं 30 मिनट के अवलोकन के लिए अलग-अलग कमरे का होगा प्रबंध.
• टीकाकरण की प्रतीक्षा करने वाले बच्चों के बैठने की पर्याप्त व्यवस्था तथा वहां लंबी लाइन नहीं लगायी जाये.
• खाली पेट में बच्चों का टीकाकरण नहीं किया जाये.
• माहौल तनावमुक्त रखने के लिए बच्चों के अवलोकन कक्ष में खेल, मनोरंजन आदि का व्यवस्था की हो.
No comments:
Post a Comment